भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मुद्दों का समाधान करने की बजाए ताकत के बल पर विरोध की आवाज को दबाने का काम कर रही है।
पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा मंगलवार को गांधी शांति संदेश यात्रा लेकर फिरोजाबाद पहुंचे। यहां समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर सपा नेताओं ने उनका स्वागत किया। इस मौके पर यशवंत सिन्हा ने कहा कि वो किसी दल में नहीं हैं। उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव ने उनको सम्मान दिया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वो भाजपा की तानाशाही के खिलाफ सभी दलों को एकजुट करने के लिए यात्रा पर निकले हैं। उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का नया शिगूफा भाजपा ने छेड़ा है, जबकि यह व्यवस्था को पहले से देश में लागू थी।
यशवंत सिन्हा ने कहा कि भाजपा ने धर्म के आधार पर देश को विभाजित कर दिया है। 70 साल पुरानी प्रजातांत्रिक व्यवस्था को छिन्न-भिन्न कर दिया है। इससे विदेशों में भी भाजपा की साख काफी खराब हुई है।